ज़र्रा ज़र्रा बोलता है
एक है तू दो भी है
एक है तू दो भी है
कश-म-कश कैसी है तेरी
मैं अगर हूँ वो भी है
मैं अगर हूँ वो भी है
वो न होता तो ख़ुदाया
ख़ाब कैसे देखता
ख़ाब ये तेरे नहीं हैं
ख़ाब तेरे जो भी हैं
ख़ाब कैसे देखता
ख़ाब ये तेरे नहीं हैं
ख़ाब तेरे जो भी हैं
तुझमें जो मय🍷 की तरह है
मैं😠 भी तेरा है ख़ुदा
मय🍷 में भी मैं😮 ही बसा है
मैं😠 भी तेरा है ख़ुदा
मय🍷 में भी मैं😮 ही बसा है
क्या पता तुझको भी है?
दिल दिया है जाँ भी दी है
सांस दी है आस भी
रह गया एहसास देना
ये गिला उसको भी है
रह गया एहसास देना
ये गिला उसको भी है
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