Friday, February 23, 2024

वो भी है

ज़र्रा ज़र्रा बोलता है 
एक है तू दो भी है 
कश-म-कश कैसी है तेरी 
मैं अगर हूँ वो भी है 

वो न होता तो ख़ुदाया 
ख़ाब कैसे देखता 
ख़ाब ये तेरे नहीं हैं 
ख़ाब तेरे जो भी हैं 

तुझमें जो मय🍷 की तरह है 
मैं😠 भी तेरा है ख़ुदा 
मय🍷 में भी मैं😮 ही बसा है 
क्या पता तुझको भी है?

दिल दिया है जाँ भी दी है 
सांस दी है आस भी 
रह गया एहसास देना 
ये गिला उसको भी है 

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