Wednesday, February 07, 2024

सितारों का मारा

दुनिया है देखी सारी 
और जग भी देखा सारा 
मैं भी सितारों का मारा 
तू भी सितारों का मारा 

किसी ने घांस खा ली 
किसी ने खाया चारा
मैं भी सितारों का मारा
तू भी सितारों का मारा 

लेटा पड़ा था छत पे
देखा गगन में तारा
मैं भी सितारों का मारा
तू भी सितारों का मारा 

हारा हुआ भी जीता
जीता हुआ भी हारा
मैं भी सितारों का मारा
तू भी सितारों का मारा 

अपना तो आजकल है
बस ये ही एक नारा 
मैं भी सितारों का मारा
तू भी सितारों का मारा 

कहानी

इक कहानी थी 
इक फ़साना था 
कुछ हक़ीक़त थी 
कुछ निभाना था 

हाथों से खत लिखते थे तब 
वो भी क्या ज़माना था 
दूर कहीं यादों की गली में 
कोई तेरा दीवाना था 

नदी किनारे बैठ के तुमको 
नग़मा ये सुनाना था 
धड़कन ये थमती ही नहीं है 
आँखों से ये बताना था 

एक छतरी थी वो भी टूटी 
उसका तो बस बहाना था 
मुझको सावन की बारिश में 
तेरे संग नहाना था 

प्यार का वादा करते थे तुम 
देर से मिलने आना था 
देर से आकर जल्दी जाना 
ऐसे मुझको सताना था 

इक कहानी थी 
इक फ़साना था 
कुछ हक़ीक़त थी 
कुछ निभाना था 

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