Tuesday, November 29, 2022

तुमने भी शायद है मुझे याद किया

तेरा तस्सवुर फिर मुराद किया 
बेतहाशा ये बरसों बाद किया 
बेसबब बढ़ गई रफ़्तार दिल की 
तुमने भी शायद है मुझे याद किया 


लिफ़ाफ़े ( एक नज़्म )

उनकी यादों के लिफ़ाफ़े को आज खोला है  कितनी प्यारी सी ये तस्वीर मिली है मुझको  जी में आता है के सारे वो लम्हे फिर से जिऊँ    क्या ख़बर कौन से प...