कोई न ले जहां बयान मेरे
ऐसा भी तो कोई मंज़र हो
जवाब उनके हों सवाल मेरे
ये नहीं ये नहीं मक़ान मेरे
रुख़ पे रखते थे वो गुलाब मेरे
ज़िन्दगी हो मेरे जहान मेरे
जवाब उनके हों सवाल मेरे
कोई न ले जहां बयान मेरे
ऐसा भी तो कोई मंज़र हो
जवाब उनके हों सवाल मेरे
This page contains poetries and ghazals created by me at different times in my life.
दिल धड़कन का क्या है फ़साना
हमने न जाना तुमने न जाना
सुनता हूँ ये रोग पुराना
हमने न जाना तुमने न जाना
दिल पर बोझ पड़ा था कब से
कितनी ख़ुशी पाई है सबसे
बाँटा जब ये ग़म का ख़ज़ाना
हमने न जाना तुमने न जाना
ख़ुश्बू सी आने लगती है
जब दिलबर की बातें हों
बिन बातों के भी शर्माना
हमने न जाना तुमने न जाना
दिल की क़शिश कुछ लिखवाती है
ग़ुमग़श्ती के आलम में
लिख कर कुछ फिर से वो मिटाना
हमने न जाना तुमने न जाना
जिनसे कभी दिल जुड़ता नहीं था
आज वो दिल की धड़कन हैं
दिल से तल्ख़ी का गुम जाना
हमने न जाना तुमने न जाना
इतना क्यों मुश्किल होता है
सोचता रहता हूँ अक्सर मैं
सब को सबकुछ ही मिल पाना
हमने न जाना तुमने न जाना
पहले तो दिल की छिडकन थी
दोस्त थे पहले दो हमराही
रिश्तों का ऐसे खिंच जाना
हमने न जाना तुमने न जाना
वक़्त है ये फिर भर जाएगा
दिल के ज़ख्मों को ख़ुद से
ऐसा ही कहता है ज़माना
हमने न जाना तुमने न जाना
========= Rythm Reference ==========
Dum Dum Dum Dum Dum de da Dum Dum
Dum de da Dum Dum Dum de da Dum Dum
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