ख्वाहिशें और भी हैं दिल पे असर और भी है
मुझपे तू एक ना मरने की वजह और भी है
वो जो करते हैं बयाँ वजह बात करने की
दर असल बात ये करने की वजह और भी है
पी चुके जाम सभी निभ भी चुकी रुसवाई
मान भी लो कहीं मिलने की वजह और भी है
जीने वालों ने मुझे घेर के पूछे थे सवाल
मरने वाले तेरे मरने की वजह और भी है
शाख पर पत्ते हैं पत्तों से लगी हैं कलियाँ
फूल के आज ही खिलने की वजह और भी है
वो जो आते थे यहाँ उनसे वजह मिलती थी
आज लेकिन मेरे पीने की वजह और भी है
हम उन्हें भूल गए भूल गए भूल गए
ज़ख्म ताज़ा हुआ छिलने की वजह और भी है
अब तो मर जाए हमें ऐसी दुआ मिलती है
हम ये कहते हैं के जीने की वजह और भी है
मुझपे तू एक ना मरने की वजह और भी है
वो जो करते हैं बयाँ वजह बात करने की
दर असल बात ये करने की वजह और भी है
पी चुके जाम सभी निभ भी चुकी रुसवाई
मान भी लो कहीं मिलने की वजह और भी है
जीने वालों ने मुझे घेर के पूछे थे सवाल
मरने वाले तेरे मरने की वजह और भी है
शाख पर पत्ते हैं पत्तों से लगी हैं कलियाँ
फूल के आज ही खिलने की वजह और भी है
वो जो आते थे यहाँ उनसे वजह मिलती थी
आज लेकिन मेरे पीने की वजह और भी है
हम उन्हें भूल गए भूल गए भूल गए
ज़ख्म ताज़ा हुआ छिलने की वजह और भी है
अब तो मर जाए हमें ऐसी दुआ मिलती है
हम ये कहते हैं के जीने की वजह और भी है
No comments:
Post a Comment