Saturday, June 08, 2013

Kisne aawaaz uthai

किसने आवाज़ उठाई किसने
लहर की तार हिलाई किसने
मैंने आवारा लफ्ज़ लिक्खे थे
आज गा गा के ये सुनाई किसने

इन क़लामों में तू नहीं शामिल
तुझको ऐसा दग़ा दिया किसने

कोई उम्मीद है मुझे उनसे
तुझको ऐसा बता दिया किसने

उसने दम तोडा है मर गया वो ख़याल
रूह देखी है सच कहो किसने

मजहबों का तो बस बहाना है
भूख इंसान की मिटाई किसने
मैंने आवारा लफ्ज़ लिक्खे थे
आज गा गा के ये सुनाई किसने

Kisne awaz uthai kisne
Leher ki taar hilai kisne
Maine aawara lafz likhe thay
Aaj ga ga ke ye sunai kisne

In kalaamon me too nahi shamil
Tujhko aisa daga diya kisne

Koi umeed hai mujhe unsay
Tujhko aisa bata dia kisne

Usne dam toda hai mar gaya wo khayal
Rooh dekhi hai sach kaho kisne

Mazhabon ka to bas bahana hai
Bhookh insaan ki mitai kisne
Maine aawara lafz likhe thay
Aaj ga ga ke ye sunai kisne

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